Kolkata Paryatan Sthal: 10 Anokhe aur Prabhavit Ghoomne Ke Sthal

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kolkata paryatan sthal, पश्चिम बंगाल (भारत) राज्य की राजधानी कोलकाता है | इसकी स्थापना 1690 में (ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा ) की गई थी | इसका पुराना नाम कलकत्ता (Calcutta) है 2001 में नाम बदलकर कोलकाता रखा गया | इस शहर को सिटी ऑफ जॉय (City of Joy) के नाम से भी जाना जाता है | यह हुगली नदी के किनारे बसा हुआ है | यहाँ की मुख्य भाषाएँ बंगाली (मुख्य), हिंदी, और अंग्रेज़ी है | यहाँ का प्रसिद्ध त्योहार दुर्गा पूजा (Durga Puja) है |

वर्तमान कोलकाता क्षेत्र कभी तीन छोटे गाँव में थे — सुतानुटी (Sutanuti), गोविंदपुर (Gobindapur), और कालिकाता (Kalikata)। ‘कालिकाता’ नाम माँ काली से जुड़ा हुआ माना जाता है। यह क्षेत्र व्यापार, धार्मिक गतिविधियों और काली मंदिरों के लिए प्रसिद्ध हुआ करता था।

1690 में ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकारी जॉब चारनॉक यहाँ आए और व्यापारिक केंद्र की स्थापना की। 1700 के दशक में कोलकाता ईस्ट इंडिया कंपनी का प्रमुख ठिकाना बन गया। 1772 में अंग्रेजों ने इसे ब्रिटिश भारत की राजधानी बना दिया (1911 तक रही)। फोर्ट विलियम, विक्टोरिया मेमोरियल, सेंट पॉल्स कैथेड्रल आदि ब्रिटिश स्थापत्य के उदाहरण हैं।

कोलकाता बंगाल पुनर्जागरण (Bengal Renaissance) का केंद्र रहा – जिसमें राजा राममोहन राय, ईश्वरचंद्र विद्यासागर, रवींद्रनाथ टैगोर जैसी महान विभूतियाँ शामिल थीं। सुभाष चंद्र बोस का जन्म यहीं हुआ था – वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता थे। 1905 के बंग-भंग आंदोलन, स्वदेशी आंदोलन और असहयोग आंदोलनों में कोलकाता की बड़ी भूमिका रही। कोलकाता ने खुद को फिर से स्थापित किया – साहित्य, संगीत, नाट्य, और शिक्षा के क्षेत्र में फिर से अग्रणी बना। यहाँ का प्रमुख भोजन माछेर झोल (मछली करी), शुक्तो, लुच्ची, काठी रोल है | यहाँ की प्रमुख मिठाइयाँ: रसगुल्ला, संदेश, मिष्टी दोई है |

कोलकाता में पहुँचने और भोजन (रेस्टोरेंट) का बजट

श्रेणीविवरणअनुमानित खर्च (₹)
कोलकाता पहुँचने का खर्च हवाई यात्रा (दिल्ली/मुंबई से): ₹2,500 – ₹7,000
ट्रेन (स्लीपर क्लास): ₹500 – ₹1,000
बस (पास के शहरों से): ₹300 – ₹600
₹500 – ₹7,000
स्थानीय यात्रामेट्रो: ₹5 – ₹30
बस: ₹10 – ₹20
ऑटो/कैब: ₹50 – ₹300
ट्राम: ₹6 – ₹10
₹100 – ₹500 प्रति दिन
सड़क भोजन (Street Food)फुचका, काठी रोल, झालमुड़ी आदि₹50 – ₹150 प्रति दिन
साधारण रेस्टोरेंट भोजनथाली, बंगाली भोजन, ढाबा आदि₹150 – ₹300 प्रति भोजन
मध्यम स्तर के रेस्टोरेंटफैमिली रेस्टोरेंट, बंगाली, चाइनीज, साउथ इंडियन आदि₹300 – ₹600 प्रति भोजन
उच्च स्तर (हाई-एंड) भोजनफाइव स्टार होटल्स, इंटरनेशनल क्यूज़ीन₹800 – ₹2,000+ प्रति भोजन
कुल भोजन खर्च (प्रतिदिन)नाश्ता, दोपहर व रात्रि भोजन₹300 – ₹1,200

कोलकाता के प्रमुख दर्शनीय स्थल

स्थलविशेषता
विक्टोरिया मेमोरियलब्रिटिश काल की सुंदर संगमरमर की इमारत
हावड़ा ब्रिजस्टील का बना अद्भुत पुल
दक्षिणेश्वर काली मंदिरमाँ काली को समर्पित प्रसिद्ध मंदिर
कालीघाट मंदिरशक्तिपीठों में से एक
बेलूर मठरामकृष्ण मिशन का मुख्यालय
इंडियन म्यूजियमभारत का सबसे पुराना संग्रहालय
साइंस सिटीविज्ञान से संबंधित इंटरैक्टिव प्रदर्शनी
कॉलेज स्ट्रीटकिताबों का बाजार और कॉफी हाउस

आधुनिक कोलकाता में 1984 में भारत की पहली मेट्रो रेल सेवा यहीं शुरू हुई। IT और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सॉल्ट लेक (Salt Lake) और राजारहाट (New Town) प्रमुख हब हैं। कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) – IPL की मशहूर टीम है |

अगर आप कोलकाता घूमने जा रहे हैं या उसके बारे में जानना चाहते हैं, तो यहां आपके लिए हैं 10 अनोखे और प्रभावशाली पर्यटन स्थल (Paryatan Sthal) – जिन्हें देखने से कोलकाता की इतिहास, संस्कृति, कला और आधुनिकता का असली अनुभव मिलता है।

कोलकाता के 10 अनोखे और प्रभावशाली पर्यटन स्थल (Kolkata Paryatan Sthal)

1. विक्टोरिया मेमोरियल – कोलकाता का गौरव

kolkata paryatan स्थल, विक्टोरिया मेमोरियल का निर्माण ब्रिटिश शासन के दौरान क्वीन विक्टोरिया की याद में करवाया गया था। इसकी आधारशिला 1906 में रखी गई और इसे 1921 में जनता के लिए खोला गया। इसे प्रसिद्ध वास्तुकार सर विलियम इमर्सन ने डिजाइन किया था। यह इमारत भारत में ब्रिटिश काल की वास्तुकला और सत्ता का प्रतीक मानी जाती है। यहाँ पर बंगाल की कला, ब्रिटिश शासन, स्वतंत्रता संग्राम और भारतीय संस्कृति से जुड़ी 28 से अधिक गैलरी हैं। कुछ प्रमुख गैलरी The Royal Gallery – रानी विक्टोरिया से जुड़ी पेंटिंग्स, The Arms and Armoury गैलरी, Calcutta Gallery – पुराने कलकत्ता का चित्रण है |

यहाँ पर 25,000 से अधिक ऐतिहासिक वस्तुएँ, चित्र, दस्तावेज और मूर्तियाँ रखी गई हैं। अब विक्टोरिया मेमोरियल में लाइट एंड साउंड शो होता है जो दर्शकों को इतिहास से जोड़ता है। पूरे प्रांगण में फ्री Wi-Fi, डिजिटल टिकट बुकिंग और कैफेटेरिया की सुविधा उपलब्ध है।

यहाँ पर आप चाय, भोजन, तथा स्नैक्स का आनंद ले सकते है | विक्टोरिया मेमोरियल के आस-पास के भोजन तथा चाय के लिए जगहें: Balwant Singh Dhaba (चाय और स्नैक्स के लिए), Flurys (बेकरी और यूरोपीय खाना), Peter Cat (Chelo Kebab – must try!), Victoria Memorial Café (मौके पर हल्के नाश्ते के लिए) |

और पढ़े: पश्चिम बंगाल के बारे में और जानकारी ले

ठहरने के स्थान (Where to Stay)

विक्टोरिया मेमोरियल के पास रहने के लिए कुछ अच्छे जगह:

The Oberoi Grand – लक्ज़री होटल, Hotel Hindusthan इंटरनेशनल, Park Street के बजट होटल्स – जैसे Treebo, फबहोटेल्स, Backpackers hostels – विदेशी और युवा यात्रियों के लिए |

करने के लिए चीजें (Things to Do)

  1. संग्रहालय और गैलरी की सैर करें
  2. गार्डन में टहलें और पिकनिक का आनंद लें
  3. घोड़े की सवारी (Horse Carriage Ride) पास की सड़कों पर
  4. लाइट एंड साउंड शो देखें – बंगाल के इतिहास पर आधारित
  5. पास में स्थित St. Paul’s Cathedral और Maidan भी जरूर देखें।

लोकप्रिय पर्यटक स्थल (Nearby Attractions)(kolkata paryatan sthal)

  • St. Paul’s Cathedral (500 मीटर)
  • Indian Museum (2.5 किमी)
  • Park Street – शॉपिंग और खाने के लिए (1 किमी)
  • Maidan – विशाल मैदान, सुकून और टहलने के लिए
  • Birla Planetarium (700 मीटर)

यात्रा का सर्वोत्तम समय (Best Time to Visit)

अक्टूबर से मार्च के बीच का समय सबसे अच्छा होता है |

दोपहर से पहले या शाम के समय घूमना बेहतर होता है।

निकटतम हवाई अड्डा (Nearest Airport)

Netaji Subhash Chandra Bose International Airport (लगभग 20 किमी दूर) |

टैक्सी या ऐप आधारित कैब (Uber/Ola) आसानी से मिल जाते हैं।

निकटतम रेलवे स्टेशन (Nearest Railway Station)

  • Howrah Junction – लगभग 5 किमी दूर
  • Sealdah Railway Station – लगभग 6 किमी दूर
  • दोनों से टैक्सी/बस आसानी से मिल जाती है।

घूमने की अवधि (Ideal Duration)

2–3 घंटे संग्रहालय, गार्डन और फोटोग्राफी के लिए पर्याप्त हैं।

2. हावड़ा ब्रिज – कोलकाता की धड़कन (kolkata paryatan sthal)

इसका निर्माण 1936 में शुरू हुआ और 1943 में बनके ख़त्म हुआ और जनता के लिए खोला गया | इसे पहले न्यू हावड़ा ब्रिज कहा जाता था, लेकिन 1965 में इसे औपचारिक रूप से “रवींद्र सेतु” नाम दिया गया, जो की रवींद्रनाथ टैगोर के सम्मान में है। यह ब्रिज ब्रिटिश इंजीनियरिंग का अद्भुत नमूना है और विश्व के सबसे लम्बे कैंटीलीवर पुलों में से एक है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह बिना किसी नट-बोल्ट के बना हुआ है – यह पूरी तरह रिवेटेड स्ट्रक्चर है। यह पुल कोलकाता की बंगाली संस्कृति, सिनेमा, फोटोग्राफी और साहित्य में अक्सर देखने को मिलता है। कई प्रसिद्ध फिल्मों में हावड़ा ब्रिज को दिखाया गया है, जैसे: फिल्म “हावड़ा ब्रिज” (1958) जिसमें मधुबाला और अशोक कुमार थे। आधुनिक फिल्मों में जैसे “कहानी”, “बार बार देखो” में भी यह ब्रिज दिखाया गया है। यह पुल कोलकाता की पहचान बन चुका है – जैसा दिल्ली के लिए इंडिया गेट या पेरिस के लिए एफिल टावर। रात के समय यह पुल LED लाइट्स से सजाया जाता है, जो इसे और भी भव्य बनाता है। हावड़ा ब्रिज के दोनों ओर अब सुरक्षा कैमरे, ट्रैफिक सेंसर और मॉडर्न ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगाए गए हैं।

हावड़ा ब्रिज के पास आपको हर तरह का स्थानीय और पारंपरिक बंगाली भोजन मिल जाएगा: Shiv Mishtan Bhandar – रसगुल्ला और बंगाली मिठाइयों के लिए प्रसिद्ध, Aminia (Near Howrah Station) – बिरयानी प्रेमियों के लिए, Balaram Mullick & Radharaman Mullick – बंगाली मिठाइयों की शाही दुकान, और Street Food (Mullik Ghat ke paas) – मुरी, चाट, फुचका, चाय |

ठहरने के स्थान (Where to Stay) (kolkata paryatan sthal)

  • The Lalit Great Eastern Kolkata – लक्ज़री अनुभव के लिए (10 मिनट दूर)
  • Hotel Embassy – Howrah स्टेशन के पास
  • OYO Rooms & Budget Hotels – Howrah Maidan aur BBD Bagh के पास

करने के लिए चीजें (Things to Do at Howrah Bridge)

फोटोग्राफी करें – खासकर सूर्योदय और सूर्यास्त के समय

घाटों की सैर करें – जैसे Mullik Ghat Flower Market

नदी किनारे बैठें – Hooghly River के तट पर शांति का अनुभव

Launch/Ferry Ride – हावड़ा से बाबूघाट की नाव यात्रा

पास के पुराने बाजारों (Burrabazar) और घाटों (Princep Ghat) की खोज करें

घूमने की अवधि (Ideal Duration)

1 से 2 घंटे पर्याप्त हैं फोटोग्राफी, घाट घूमना और आसपास टहलने के लिए।

लोकप्रिय पर्यटक स्थल (Nearby Attractions)

Mullik Ghat Flower Market (एशिया का सबसे बड़ा फूल बाजार)

Howrah Station – भारत का व्यस्ततम रेलवे स्टेशन

Prinsep Ghat – शानदार सूर्यास्त दृश्य (5 किमी)

Eden Gardens – क्रिकेट प्रेमियों के लिए

Indian Museum और Victoria Memorial (8-10 किमी)

यात्रा का सर्वोत्तम समय (Best Time to Visit)

अक्टूबर से मार्च के बीच – मौसम सुहावना होता है |

सुबह जल्दी या शाम को जाना बेहतर, जब भीड़ कम और मौसम ठंडा हो

निकटतम हवाई अड्डा (Nearest Airport)

Netaji Subhas Chandra Bose International Airport
दूरी: लगभग 17-20 किमी
टैक्सी या कैब से 45 मिनट – 1 घंटा लग सकता है

निकटतम रेलवे स्टेशन (Nearest Railway Station)

Howrah Junction – हावड़ा ब्रिज का ही हिस्सा माना जाता है

स्टेशन से निकलते ही पुल की शुरुआत हो जाती है

3. दक्षिणेश्वर काली मंदिर – आस्था, अध्यात्म और इतिहास का संगम

इस मंदिर का निर्माण 1847 – 1855 तक चला | इस मंदिर की निर्माता रानी रश्मोनी, जो एक समर्पित श्रद्धालु और समाजसेवी थीं। यह मंदिर माँ काली के “भवतरिणी” स्वरूप को समर्पित है। यहीं पर श्री रामकृष्ण परमहंस ने वर्षों तक साधना की और यही स्थान स्वामी विवेकानंद की प्रेरणा का स्रोत बना। मंदिर परिसर में बंगाली नव-रत्न वास्तुकला का सुंदर उदाहरण देखने को मिलता है। पूरा ढांचा सफेद और लाल रंग में है, जो बंगाल की पारंपरिक शैली को दर्शाता है। मुख्य मंदिर के अतिरिक्त परिसर में 12 शिव मंदिर, राधा-कृष्ण मंदिर, और नदी किनारे का घाट है। अब यहाँ पर स्वच्छता, CCTV सुरक्षा, पार्किंग और इलेक्ट्रॉनिक टोकन सिस्टम जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। Dakshineswar Skywalk – एक लंबा एलिवेटेड पैदल पुल, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बनाया गया है। ई-टॉयलेट्स, कैफेटेरिया और गाइडेड टूर की सुविधा भी उपलब्ध है।

मंदिर के बाहर और पास में कई शुद्ध शाकाहारी भोजनालय हैं: Rani Rashmoni Bhojanalaya – पारंपरिक बंगाली खाना, Local Sweet Shops – रसगुल्ला, सन्देश, मिश्टी दोई, Street Food Stalls – कचौरी, आलूर दम, चाय और फुचका |

ठहरने के स्थान (Where to Stay)

  • Budget hotels and dharamshalas मंदिर के पास ही उपलब्ध हैं
  • नजदीकी एरिया Bally, Baranagar, Dum Dum में आप ये विकल्प पा सकते हैं:
    • OYO Rooms / FabHotels (Low Budget Stay)
    • Sodepur के पास Guest Houses
    • Esplanade या Park Street में थोड़े महंगे लेकिन सुविधाजनक होटल

करने के लिए चीजें (Things to Do)

  1. माँ काली के दर्शन और आरती में भाग लें
  2. घाट पर बैठकर ध्यान और शांति का अनुभव लें
  3. श्री रामकृष्ण परमहंस के निवास स्थान को देखें (यहाँ पर उनका छोटा सा आश्रम और बैठक कक्ष है)
  4. बोट राइड लें – हुगली नदी में नाव की सवारी का आनंद
  5. पास में स्थित बेलूर मठ तक नाव से जा सकते हैं

घूमने की अवधि (Ideal Duration)

2–3 घंटे मंदिर दर्शन, गंगा घाट और आसपास की शांति का अनुभव करने के लिए पर्याप्त हैं।

लोकप्रिय पर्यटक स्थल (Nearby Attractions)

बेलूर मठ – नदी पार (नाव या सड़क से 15 मिनट)

Vivekananda Setu / Bally Bridge

Adyapeath Mandir – नजदीकी धार्मिक स्थल

Hooghly River Bank – ध्यान, फोटोग्राफी और शांत वातावरण के लिए

यात्रा का सर्वोत्तम समय (Best Time to Visit)

अक्टूबर से मार्च तक का समय सबसे उपयुक्त होता है

सुबह 6 बजे से पहले या शाम 4 बजे के बाद भीड़ कम होती है

नवरात्रि, काली पूजा और रथ यात्रा जैसे त्योहारों के समय विशेष उत्सव होता है (लेकिन भारी भीड़ भी रहती है)

निकटतम हवाई अड्डा (Nearest Airport)

Netaji Subhash Chandra Bose International Airport (Dum Dum)
दूरी: लगभग 12-14 किमी
टैक्सी/कैब से लगभग 30-40 मिनट का समय

निकटतम रेलवे स्टेशन (Nearest Railway Station)

Dakshineswar Railway Station – लगभग 1 किमी

Bally Station (3 किमी)

Kolkata Station (10 किमी)

Howrah Junction – लगभग 12 किमी

4. कालीघाट मंदिर – आध्यात्मिकता का केंद्र

कालीघाट मंदिर कोलकाता का एक महत्वपूर्ण धार्मिक जगह है, जहाँ हर साल लाखों भक्त दर्शन के लिए आते हैं। यह मंदिर माँ काली को समर्पित है और भारतीय संस्कृति, इतिहास और आस्था का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। यहाँ काली पूजा के समय विशेष श्रद्धा और उल्लास का वातावरण होता है। कालीघाट मंदिर लगभग 200 वर्ष पुराना है, जो 18वीं सदी के अंत में रानी भवानी द्वारा बनवाया गया था। “कालीघाट” नाम काली (माँ काली) और घाट (गंगा के किनारे) के कारण पड़ा। यह मंदिर हुगली नदी के किनारे बसा है। यहाँ पर माँ काली के सिद्ध रूप की पूजा की जाती है, जिसे “भद्रकाली” या “दक्षिणेश्वर काली” के रूप में जाना जाता है। इस मंदिर में ही श्री रामकृष्ण परमहंस ने वर्षों तक ध्यान और साधना की थी और उन्हें माँ काली के दर्शन हुए थे। इसे रामकृष्ण परमहंस के जीवन का एक महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है।

कालीघाट मंदिर की वास्तुकला बहुत ही सुंदर और पारंपरिक है, जिसमें बंगाली शैली की नव-रत्न डिजाइन का प्रभाव है। मंदिर के मुख्य गर्भगृह में माँ काली की मूर्ति सफेद और काले संगमरमर से बनी हुई है। पारंपरिक पूजा विधि, हवन, मंत्रोच्चारण और आरती द्वारा माँ काली की पूजा होती है। मंदिर परिसर में अनेक छोटी मूर्तियाँ, घाट, दीवारों पर चित्र और संग्रहालय भी हैं जो यहाँ की संस्कृति और धार्मिक महत्व को दर्शाते हैं। अब कालीघाट मंदिर में CCTV सुरक्षा और स्वच्छता के लिए कई आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। मुफ्त वाई-फाई, कैशलेस भुगतान की सुविधा भी भक्तों के लिए शुरू की गई है। मंदिर परिसर में अब स्मार्ट वॉटर सिस्टम, पार्किंग और हैंडलिंग सुविधाएं बेहतर हुई हैं। लंबी कतारों में लगने की समस्या से निपटने के लिए ई-टिकटिंग और डिजिटल डोनेशन सिस्टम भी है।

कालीघाट के आसपास विभिन्न लोकल भोजनालय और चाय की दुकानों का स्वादिष्ट भोजन मिलता है, जो खासकर बंगाली व्यंजन पर आधारित होते हैं: Macher Jhol (बंगाली माछेर झोल) और Shorshe Ilish (इलिश मछली), रसगुल्ला, सन्देश और मिठाईयां, Kathi Rolls, Samosas, Chotpoti और अन्य स्ट्रीट फूड, Bengali Sweets के कई प्रसिद्ध प्रतिष्ठान मंदिर के पास हैं, जैसे Balaram Mullick और Radharaman Mullick

ठहरने के स्थान (Where to Stay)

कालीघाट मंदिर के पास बहुत सारे धार्मिक आश्रम, गेस्ट हाउस और बजट होटल्स हैं।

Hotel Sunderban और Ramakrishna Mission के पास साधारण और सस्ते ठहरने के जगह उपलब्ध हैं।

The Park Kolkata – एक अच्छा 5 स्टार होटल, जो मंदिर से 5-10 मिनट की दूरी पर है।

OYO Rooms और FabHotels – यह बजट में अच्छी सुविधाएँ प्रदान करते हैं।

करने के लिए चीजें (Things to Do)

  1. माँ काली के दर्शन और पूजा अर्चना कर सकते है |
  2. आरती में भाग लें और मंदिर के वातावरण का अनुभव कर सकते है |
  3. घाट पर बैठकर गंगा में स्नान करें और शांति का अनुभव कर सकते है |
  4. पास के रामकृष्ण मिशन और रामकृष्ण आश्रम में ध्यान और आध्यात्मिक अध्ययन कर सकते है |
  5. काली पूजा और दुर्गा पूजा जैसे त्योहारों के दौरान मंदिर में खास उत्सवों में भाग लें सकते है |।
  6. मंदिर के आसपास के स्थानीय बाजार में खरीदारी करें, जैसे कालीघाट बाजार

घूमने की अवधि (Ideal Duration)

1 से 2 घंटे मंदिर में दर्शन, पूजा और आसपास के वातावरण का अनुभव करने के लिए पर्याप्त हैं। विशेष रूप से काली पूजा के दौरान यदि आप आते हैं तो समय ज्यादा लग सकता है।

लोकप्रिय पर्यटक स्थल (Nearby Attractions)

  • रामकृष्ण मिशन – 2 किमी दूर
  • प्रिंसप घाट – 4 किमी
  • अलमेडा पार्क – 3 किमी
  • बेलूर मठ – 6 किमी (नदी के पार)
  • रवींद्र सरोवर – 2 किमी
  • विक्टोरिया मेमोरियल – 6 किमी
  • ईडन गार्डन्स (क्रिकेट मैदान) – 5 किमी

यात्रा का सर्वोत्तम समय (Best Time to Visit)

अक्टूबर से मार्च का समय सबसे अच्छा होता है |

काली पूजा और नवरात्रि के समय विशेष रूप से मंदिर में भीड़ होती है, लेकिन इस समय का वातावरण बहुत ही भव्य और उल्लासपूर्ण होता है।

निकटतम हवाई अड्डा (Nearest Airport)

  • Netaji Subhash Chandra Bose International Airport
    दूरी: लगभग 20 किमी
    टैक्सी या कैब से 40-45 मिनट का समय।

निकटतम रेलवे स्टेशन (Nearest Railway Station)

Kali Ghat Railway Station – मंदिर से लगभग 1 किमी दूर।

Sealdah Railway Station – लगभग 4 किमी

Howrah Junction – लगभग 8 किमी

5. बेलूर मठ (Belur Math)

बेलूर मठ की स्थापना 1897 में स्वामी विवेकानंद ने की थी, जो रामकृष्ण परमहंस के प्रमुख शिष्य थे। यह मठ रामकृष्ण मिशन का मुख्यालय है और हिंदू, ईसाई, इस्लाम और बौद्ध वास्तुकला शैलियों का सुंदर संगम है। यह एकता और सार्वभौमिकता का प्रतीक है। बेलूर मठ का स्थापत्य कला अत्यंत अनोखी है – मंदिर का मुख्य ढांचा दूर से देखने पर कभी मस्जिद, कभी गिरजाघर, और कभी मंदिर जैसा दिखाई देता है। अंदरूनी भाग में स्वामी विवेकानंद, श्रीरामकृष्ण और माँ शारदा देवी की जीवन झलकियाँ, चित्र, मूर्तियाँ और वस्तुएँ संरक्षित हैं। यहाँ ध्यान और योग सत्र, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और भाषणों का आयोजन भी होता है। तकनीकी दृष्टि से भी मठ ने डिजिटल प्रेजेंटेशन, ऑडियो-विजुअल गैलरी और ई-लाइब्रेरी जैसी सुविधाओं को अपनाया है। मठ परिसर में कोई कैफेटेरिया नहीं है, पर बाहर कई शुद्ध शाकाहारी भोजनालय हैं जो बंगाली, दक्षिण भारतीय और उत्तर भारतीय व्यंजन परोसते हैं। बेलूर घाट के पास चाय, फुचका, समोसे आदि का स्वाद चखा जा सकता है।

ठहरने के स्थान (Stay Options):

मठ परिसर में सीमित संख्या में अतिथि कक्ष हैं जो विशेष मेहमानों या भक्तों को बुकिंग करने पर मिलते हैं।

पास के इलाके जैसे हावड़ा, उल्टाडांगा, या कोलकाता शहर में कई अच्छे होटल और लॉज हैं:

बजट होटल: FabHotel, OYO Roomsमिड-रेंज: Hotel Sojourn, The Fern Residencyलक्ज़री: The Oberoi Grand (थोड़ा दूर)

करने के लिए चीजें (Things to Do):

मुख्य मंदिर दर्शन – श्रीरामकृष्ण, माँ शारदा और स्वामी विवेकानंद की प्रतिमाएं, स्वामी विवेकानंद मंदिर – जहाँ उनकी अस्थियाँ रखी गई हैं, संग्रहालय दर्शन – जीवन दर्शन, वस्तुएँ, फोटोज़, बेलूर घाट – गंगा आरती और ध्यान के लिए शांत स्थान, प्रार्थना और ध्यान – सुबह और शाम की आरती में भाग लेना

घूमने की अवधि (Ideal Duration):

3-4 घंटे का समय पर्याप्त है यदि आप ध्यान, दर्शन और संग्रहालय घूमना चाहते हैं। अगर ध्यान/आध्यात्मिक अभ्यास में रुचि है तो आधा या पूरा दिन भी बिता सकते हैं।

लोकप्रिय पर्यटक स्थल (Nearby Popular Tourist Attractions):

दक्षिणेश्वर काली मंदिर (8-9 किमी दूर, नाव से भी पहुँचा जा सकता है), हावड़ा ब्रिज और विद्यासागर सेतु, इको पार्क (Eco Park) , विक्टोरिया मेमोरियल, कालीघाट मंदिर, इंडियन म्यूजियम

यात्रा का सर्वोत्तम समय (Best Time to Visit):

अक्टूबर से मार्च तक – मौसम सुहावना होता है, उत्सवों का समय होता है।

सुबह 8:30 बजे से दोपहर और शाम 4 बजे से 7 बजे तक मठ खुला रहता है।

निकटतम हवाई अड्डा (Nearest Airport):

Netaji Subhas Chandra Bose International Airport (CCU) – लगभग 15-20 किमी दूर।

निकटतम रेलवे स्टेशन (Nearest Railway Station):

बेलूर रेलवे स्टेशन – 1.5 किमी

हावड़ा जंक्शन – लगभग 6-7 किमी (प्रमुख रेलवे हब)

6. इंडियन म्यूजियम (भारतीय संग्रहालय (Indian Museum))

कोलकाता में स्थित भारतीय संग्रहालय (Indian Museum) भारत का सबसे पुराना और सबसे बड़ा संग्रहालय है। यह एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अपनी तरह का पहला संग्रहालय है, जिसकी स्थापना 1814 में एशियाटिक सोसाइटी ऑफ़ बंगाल द्वारा की गई थी। ​संग्रहालय में प्राचीन वस्तुओं, मूर्तियों, सिक्कों और चित्रकला का समृद्ध संग्रह है, जो भारत की विविध सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करता है। यहां आधुनिक कला की भी प्रदर्शनी होती है, जो समकालीन कला प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र है।

संग्रहालय परिसर में भोजनालय उपलब्ध नहीं है। आसपास के क्षेत्र में कई कैफे और रेस्तरां हैं, जहां विभिन्न प्रकार के भोजन का आनंद लिया जा सकता है।

ठहरने के स्थान (Stay Options):

संग्रहालय के निकट कई होटल और आवास उपलब्ध हैं, जो विभिन्न बजट और आवश्यकताओं के अनुसार हैं। कुछ प्रमुख होटल इस प्रकार हैं:​

  • होटल हावड़ा: संग्रहालय से लगभग 2 किमी दूर, यह एक बजट होटल है।​
  • द ओबेरॉय ग्रैंड: लक्ज़री ठहराव के लिए यह एक उत्कृष्ट विकल्प है, जो संग्रहालय से लगभग 1 किमी की दूरी पर स्थित है।

करने के लिए चीजें (Things to Do):

संग्रहालय भ्रमण: विभिन्न प्रकार के प्राचीन वस्तुओं, मूर्तियों, चित्रकला और जीवाश्मों को देखा जा सकता है ।,

कार्यक्रम और प्रदर्शनियां: संग्रहालय द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों और विशेष प्रदर्शनियों में भाग लिया जा सकता है |

घूमने की अवधि (Ideal Duration):

3 से 4 घंटे

लोकप्रिय पर्यटक स्थल (Popular Tourist Attractions):

विक्टोरिया मेमोरियल, एशियाटिक सोसाइटी, पार्क स्ट्रीट

यात्रा का सर्वोत्तम समय (Best Time to Visit):

दिसंबर से फरवरी

निकटतम हवाई अड्डा (Nearest Airport):

नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (Netaji Subhas Chandra Bose International Airport) कोलकाता शहर से लगभग 20 किमी दूर स्थित है।

निकटतम रेलवे स्टेशन (Nearest Railway Station):

संग्रहालय के निकटतम रेलवे स्टेशन सियालदह जंक्शन (Sealdah Junction) है, जो लगभग 3 किमी की दूरी पर है। अन्य प्रमुख स्टेशन हावड़ा जंक्शन (Howrah Junction) और कोलकाता रेलवे स्टेशन (Kolkata Railway Station) हैं, जो क्रमशः 5 और 6 किमी दूर स्थित हैं।​

7. साइंस सिटी (Science City)

कोलकाता में स्थित साइंस सिटी (Science City) एक प्रमुख विज्ञान केंद्र है, जो शिक्षा और मनोरंजन का अनूठा मिश्रण प्रस्तुत करता है। यहाँ पर आप विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विभिन्न पहलुओं को इंटरैक्टिव और आकर्षक तरीकों से अनुभव कर सकते हैं। साइंस सिटी की स्थापना 1 जुलाई 1997 को हुई थी और यह भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा विज्ञान केंद्र है। यह केंद्र विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से आधुनिकता को प्रदर्शित करता है, जिसमें इंटरैक्टिव प्रदर्शन, विज्ञान से संबंधित प्रदर्शनी और शैक्षणिक कार्यक्रम शामिल हैं। साइंस सिटी में विभिन्न फूड कोर्ट और स्नैक बार उपलब्ध हैं, जहाँ आप शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार के व्यंजन का आनंद ले सकते हैं। बच्चों के लिए विशेष भोजन विकल्प भी उपलब्ध हैं।

ठहरने के स्थान (Stay Options):

साइंस सिटी के पास और कोलकाता शहर में विभिन्न बजट और श्रेणियों के होटल उपलब्ध हैं:

होटल हावड़ा: साइंस सिटी से लगभग 2 किमी दूर स्थित, यह एक बजट होटल है।​

द ओबेरॉय ग्रैंड: लक्ज़री ठहराव के लिए यह एक उत्कृष्ट विकल्प है, जो साइंस सिटी से लगभग 1 किमी की दूरी पर स्थित है।​

होटल पार्क इंटरनेशनल: साइंस सिटी के निकट एक और बजट होटल, जो आरामदायक ठहराव प्रदान करता है।

करने के लिए चीजें (Things to Do):

स्पेस थिएटर – द कॉस्मिक ओडिसी: यह 3D शो और प्लैनेटेरियम के माध्यम से ब्रह्मांड की रोमांचक यात्रा प्रदान करता है।

पृथ्वी अन्वेषण हॉल: यह प्रदर्शनी पृथ्वी की संरचना, भूविज्ञान और पर्यावरण के बारे में जानकारी प्रदान करती है।

डायनमोशन हॉल: यह इंटरैक्टिव प्रदर्शन भौतिकी और अन्य वैज्ञानिक सिद्धांतों को मजेदार तरीके से प्रस्तुत करते हैं।

पानी में जीवन: यहां आप विभिन्न प्रकार की मछलियों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं।

स्पेस ओडिसी: यह ब्रह्मांड विज्ञान पर आधारित इंटरैक्टिव प्रदर्शनी है, जिसमें टाइम मशीन, 3D थिएटर और अन्य आकर्षण शामिल हैं।​

म्यूजिकल फाउंटेन: संगीत और रोशनी के साथ सिंक किए गए पानी के जेट्स के साथ यह फव्वारा एक मनोरंजक शो प्रस्तुत करता है।

पिकनिक गार्डन: यहां आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ हरे-भरे वातावरण में पिकनिक का आनंद ले सकते हैं।

घूमने की अवधि (Ideal Duration):

लगभग 4 से 6 घंटे

लोकप्रिय पर्यटक स्थल (Popular Tourist Attractions):

साइंस सिटी के आस-पास कई अन्य आकर्षण हैं:

इंडियन म्यूजियम: भारत का सबसे पुराना और सबसे बड़ा संग्रहालय, जो साइंस सिटी से लगभग 6 किमी दूर स्थित है।​

विक्टोरिया मेमोरियल: कोलकाता का प्रमुख स्मारक, जो साइंस सिटी से लगभग 8 किमी दूर है।​

नेशनल लाइब्रेरी: यह भारत की सबसे बड़ी सार्वजनिक पुस्तकालयों में से एक है, जो साइंस सिटी से लगभग 7 किमी दूर स्थित है।

यात्रा का सर्वोत्तम समय (Best Time to Visit):

अक्टूबर से मार्च

निकटतम हवाई अड्डा (Nearest Airport):

नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (Netaji Subhas Chandra Bose International Airport) कोलकाता शहर से लगभग 17 किमी दूर स्थित है। यहां से आप टैक्सी, ऑटो या कैब के माध्यम से साइंस सिटी पहुंच सकते हैं। ​

निकटतम रेलवे स्टेशन (Nearest Railway Station):

साइंस सिटी के निकटतम रेलवे स्टेशन सियालदह जंक्शन (Sealdah Junction) है, जो लगभग 3 किमी दूर स्थित है। यहां से आप ऑटो, टैक्सी या कैब के माध्यम से साइंस सिटी पहुंच सकते हैं।

8. कॉलेज स्ट्रीट, कोलकाता

कोलकाता का कॉलेज स्ट्रीट (College Street) शहर का एक प्रमुख सांस्कृतिक और शैक्षणिक केंद्र है, जो अपनी समृद्ध विरासत और जीवंत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। कॉलेज स्ट्रीट का नाम यहाँ स्थित प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय और कलकत्ता विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के कारण पड़ा। यह क्षेत्र ज्ञान और साहित्य का केंद्र रहा है, जहाँ पुस्तक प्रेमियों के लिए अनगिनत किताबे उपलब्ध हैं।​ कॉलेज स्ट्रीट के पुस्तक बाजार में प्राचीन और आधुनिक साहित्य दोनों की विस्तृत श्रृंखला मिलती है, जो कला और संस्कृति के प्रति कोलकाता की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

कॉलेज स्ट्रीट कॉफी हाउस: यह ऐतिहासिक कैफे साहित्यकारों, छात्रों और बुद्धिजीवियों का प्रिय स्थल है, जहाँ आप बंगाली और भारतीय व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं।​ कॉलेज स्ट्रीट के पास स्थित पार्क स्ट्रीट क्षेत्र में कई रेस्तरां और कैफे हैं, जहाँ विभिन्न प्रकार के व्यंजन उपलब्ध हैं।

ठहरने के स्थान (Stay Options):

होटल हावड़ा: संग्रहालय से लगभग 2 किमी दूर, यह एक बजट होटल है। द ओबेरॉय ग्रैंड: लक्ज़री ठहराव के लिए यह एक उत्कृष्ट विकल्प है, जो संग्रहालय से लगभग 1 किमी की दूरी पर स्थित है।​ होटल पार्क इंटरनेशनल: संग्रहालय के निकट एक और बजट होटल, जो आरामदायक ठहराव प्रदान करता है।

करने के लिए चीजें (Things to Do):

पुस्तक बाजार में भ्रमण, कॉफी हाउस में समय बिताएं, शैक्षणिक संस्थानों का दौरा

घूमने की अवधि (Ideal Duration):

लगभग 3 से 4 घंटे का समय

लोकप्रिय पर्यटक स्थल (Popular Tourist Attractions):

कॉलेज स्ट्रीट और उसके आस-पास कई आकर्षण हैं:

बीरला प्लैनेटेरियम: एशिया का सबसे बड़ा प्लैनेटेरियम, जो खगोलशास्त्र और अंतरिक्ष विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए आकर्षण का केंद्र है।​

इंडियन म्यूजियम: भारत का सबसे पुराना और सबसे बड़ा संग्रहालय, जो कॉलेज स्ट्रीट से लगभग 2 किमी दूर स्थित है।​

विक्टोरिया मेमोरियल: कोलकाता का प्रमुख स्मारक, जो कॉलेज स्ट्रीट से लगभग 3 किमी दूर है।​

यात्रा का सर्वोत्तम समय (Best Time to Visit):

अक्टूबर से मार्च

निकटतम हवाई अड्डा (Nearest Airport):

नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (Netaji Subhas Chandra Bose International Airport) कोलकाता शहर से लगभग 20 किमी दूर स्थित है। यहां से आप टैक्सी, ऑटो या कैब के माध्यम से कॉलेज स्ट्रीट पहुंच सकते हैं।

निकटतम रेलवे स्टेशन (Nearest Railway Station):

कॉलेज स्ट्रीट के निकटतम रेलवे स्टेशन सियालदह जंक्शन (Sealdah Junction) है, जो लगभग 2 किमी दूर स्थित है। यहां से आप ऑटो, टैक्सी या कैब के माध्यम से कॉलेज स्ट्रीट पहुंच सकते हैं।

9. जोरासांको ठाकुर बाड़ी (Jorasanko Thakur Bari)

कोलकाता के उत्तर में बसा जोरासांको ठाकुर बाड़ी (Jorasanko Thakur Bari) टैगोर परिवार का ऐतिहासिक पैतृक घर है, जो आज एक संग्रहालय के रूप में प्रसिद्ध है। यह स्थान साहित्य, कला और संस्कृति के प्रेमियों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है। 1784 में निर्मित इस हवेली में रवींद्रनाथ टैगोर का जन्म हुआ था। यहां उन्होंने अपना अधिकांश जीवन बिताया और यहीं पर उनका निधन भी हुआ। टैगोर परिवार के सदस्य साहित्यकार, कलाकार और समाज सुधारक थे, जिन्होंने बंगाली समाज में महत्वपूर्ण योगदान दिया। संग्रहालय में टैगोर परिवार से संबंधित 700 से अधिक चित्र, पांडुलिपियां, पुस्तकें और अन्य प्राचीन वस्तुएं प्रदर्शित हैं, जो बंगाली कला और संस्कृति की समृद्ध विरासत को दर्शाती हैं।

संग्रहालय परिसर में कैफेटेरिया उपलब्ध है, जहां आप हल्के स्नैक्स और पेय पदार्थों का आनंद ले सकते हैं। आसपास के क्षेत्र में भी कई स्थानीय रेस्तरां हैं, जहां बंगाली और अन्य भारतीय व्यंजन परोसे जाते हैं।

ठहरने के स्थान (Stay Options):

दक्षिण कोलकाता: यहां कई बजट और लक्ज़री होटल उपलब्ध हैं।​

महानगर क्षेत्र: यहां भी विभिन्न प्रकार के आवासीय विकल्प मिलते हैं।

करने के लिए चीजें (Things to Do):

संग्रहालय भ्रमण, आयोजित कार्यक्रमों में भाग लें और लाइट एंड साउंड शो |

घूमने की अवधि (Ideal Duration):

2 से 3 घंटे

लोकप्रिय पर्यटक स्थल (Popular Tourist Attractions):

रवींद्र भारती विश्वविद्यालय, कृष्णनाथ कॉलेज: यह ऐतिहासिक कॉलेज भी इस क्षेत्र में स्थित है।

यात्रा का सर्वोत्तम समय (Best Time to Visit):

अक्टूबर से मार्च

निकटतम हवाई अड्डा (Nearest Airport):

नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (Netaji Subhas Chandra Bose International Airport) कोलकाता शहर से लगभग 17 किमी दूर स्थित है। यहां से आप टैक्सी, ऑटो या कैब के माध्यम से जोरासांको ठाकुर बाड़ी पहुंच सकते हैं।

निकटतम रेलवे स्टेशन (Nearest Railway Station):

जोरासांको ठाकुर बाड़ी के निकटतम रेलवे स्टेशन सियालदह जंक्शन (Sealdah Junction) है, जो लगभग 2 किमी दूर स्थित है। यहां से आप ऑटो, टैक्सी या कैब के माध्यम से संग्रहालय पहुंच सकते हैं।

10. कुमारतुली (Kumartuli)

कोलकाता का कुमारतुली (Kumartuli) एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक क्षेत्र है, जो शहर के उत्तर में बसा है। यह स्थान विशेष रूप से अपनी मिट्टी से बनी मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है, जो हिंदू देवी-देवताओं की प्रतिमाओं के निर्माण करने में विशेषज्ञता रखता है। कुमारतुली का स्थान लगभग 300 वर्ष पुराना है। यहां के कुम्हार (मूर्तिकार) पीढ़ियों से मूर्तियां बनाने का कार्य कर रहे हैं। नदी के निकटता के कारण यहां उच्च गुणवत्ता की मिट्टी उपलब्ध है, जो मूर्ति निर्माण के लिए बहुत अच्छा होता है |

यह क्षेत्र कला और संस्कृति का केंद्र है, जहां दुर्गा पूजा के समय विशेष रूप से मूर्तियों का निर्माण जोर-शोर से होता है। कुम्हारतुली की गलियों में चलते हुए, आप विभिन्न चरणों में बनती मूर्तियों को देख सकते हैं, जो कारीगरों की कला और समर्पण को प्रदर्शित करती हैं। ​

कुमारतुली क्षेत्र में स्थानीय बंगाली व्यंजन उपलब्ध हैं। आप यहां के रेस्तरां और स्टॉल्स पर स्वादिष्ट माछेर झोल (मछली करी), शुक्तो, और अन्य बंगाली पकवानों का आनंद ले सकते हैं।

ठहरने के स्थान (Stay Options):

दक्षिण कोलकाता: यहां कई बजट और लक्ज़री होटल उपलब्ध हैं। महानगर क्षेत्र: यहां भी विभिन्न प्रकार के आवासीय विकल्प मिलते हैं।

करने के लिए चीजें (Things to Do):

मूर्ति निर्माण प्रक्रिया देखें: कुम्हारतुली की गलियों में घूमते हुए, आप कारीगरों को मूर्तियां बनाते हुए देख सकते हैं और इस कला के बारे में जान सकते हैं। ​स्थानीय कला और शिल्प का अनुभव करें, और फोटोग्राफी करें: रंग-बिरंगे मूर्तियों और कारीगरों की मेहनत को कैमरे में कैद करें।

घूमने की अवधि (Ideal Duration):

लगभग 2 से 3 घंटे का समय पर्याप्त होगा।

लोकप्रिय पर्यटक स्थल (Popular Tourist Attractions):

कालीघाट, बेलूर मठ, और विक्टोरिया मेमोरियल

यात्रा का सर्वोत्तम समय (Best Time to Visit):

अक्टूबर से मार्च तक

निकटतम हवाई अड्डा (Nearest Airport):

नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (Netaji Subhas Chandra Bose International Airport) कोलकाता शहर से लगभग 15 किमी दूर स्थित है। यहां से आप टैक्सी, ऑटो या कैब के माध्यम से कुमारतुली पहुंच सकते हैं।

निकटतम रेलवे स्टेशन (Nearest Railway Station):

कुमारतुली के निकटतम रेलवे स्टेशन सियालदह जंक्शन (Sealdah Junction) है, जो लगभग 3 किमी दूर स्थित है। यहां से आप ऑटो, टैक्सी या कैब के माध्यम से कुमारतुली पहुंच सकते ह

FAQ


कोलकाता की कौन सी अनोखी जगहें पर्यटकों को सबसे ज्यादा आकर्षित करती हैं?

कोलकाता में कई ऐसी अनोखी जगहें हैं, जो अपनी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक विशेषताओं के कारण पर्यटकों को सबसे ज्यादा आकर्षित करती हैं। ये स्थल कोलकाता की विविधता और जीवंतता को दर्शाते हैं।
Howrah Bridge
गंगा नदी पर बना यह ऐतिहासिक पुल तकनीकी चमत्कार है और कोलकाता का प्रतीक भी। इसकी भव्यता और व्यस्तता पर्यटकों को आकर्षित करती है, खासकर रात की रोशनी में इसका नजारा बेहद खास होता है।
Dakshineswar Kali Temple
19वीं सदी का यह भव्य मंदिर गंगा नदी के किनारे स्थित है और आध्यात्मिकता के साथ-साथ अपनी वास्तुकला के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां की शांतिपूर्ण वातावरण और धार्मिक आयोजन पर्यटकों को खास अनुभव देते हैं।
इको पार्क
न्यू टाउन में बना यह विशाल पार्क प्राकृतिक सुंदरता, थीम गार्डन और विश्व के सात अजूबों की प्रतिकृतियों के लिए प्रसिद्ध है। परिवार और बच्चों के लिए यह एक आधुनिक और मनोरंजक स्थल है।
Zoological Garden Alipore
कालीघाट मंदिर
Indian Museum
साइंस सिटी
प्रिंसेप घाट
बॉटनिकल गार्डन

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