
Haridwar me ghumne ki jagah hindi: हरिद्वार, उत्तराखंड की गोद में बसा एक ऐसा धार्मिक और सांस्कृतिक शहर है, जो न सिर्फ तीर्थयात्रियों बल्कि प्रकृति प्रेमियों और इतिहास के शौकीनों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है। गंगा के पवित्र तट, प्राचीन मंदिर, जीवंत घाट, और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर हरिद्वार में घूमने के लिए कई अद्भुत स्थल हैं। यह भारत के सात प्रमुख तीर्थ स्थलों (सप्तपुरी) में से एक है और हिन्दू धर्म में इसका विशेष महत्व है। “हरि” का अर्थ है भगवान विष्णु और “द्वार” का अर्थ है द्वार या प्रवेशद्वार। यानी हरिद्वार का मतलब हुआ – भगवान हरि का द्वार। इसे “मोक्ष का द्वार” भी कहा जाता है। इसकी ऊँचाई लगभग 314 मीटर (1,030 फीट) है | इसका निकटतम शहर ऋषिकेश (25 किमी), देहरादून (50 किमी) है | कुंभ मेला: हर 12 साल में आयोजित होने वाला कुंभ मेला हरिद्वार का सबसे बड़ा आयोजन है, जिसमें लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए आते हैं। हरिद्वार का उल्लेख कई पुराणों और धार्मिक ग्रंथों में मिलता है। मान्यता है कि यहीं पर अमृत की कुछ बूंदें गिरी थीं, जिससे यह स्थान अमरता का प्रतीक बन गया। योग और ध्यान के लिए आश्रमों की भरमार है, जैसे शांतिकुंज, पतंजलि योगपीठ। हरिद्वार में वार्षिक मेले, धार्मिक जुलूस, और सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। हरिद्वार में जाकर आध्यात्मिक शांति पा सकते हैं | गंगा स्नान और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए हमें हरिद्वार जाना चाहिए | प्राकृतिक और सांस्कृतिक सौंदर्य का अनुभव करने के लिए जाना चाहिए |
हरिद्वार में घूमने की जगह की लिस्ट
कैसे पहुँचें हरिद्वार:
रेलवे स्टेशन: हरिद्वार जंक्शन (HRD) देशभर से जुड़ा हुआ है।
हवाई अड्डा: निकटतम हवाई अड्डा जौली ग्रांट (देहरादून)
सड़क मार्ग: दिल्ली, देहरादून, ऋषिकेश, और अन्य प्रमुख शहरों से बस व टैक्सी सेवा उपलब्ध।
आइए जानते हैं हरिद्वार की टॉप 10 शानदार जगहों के बारे में, जिन्हें आपको अपनी यात्रा में जरूर शामिल करना चाहिए।
हरिद्वार पहुँचने के साधन और वहाँ के बजट रेस्टोरेंट्स तालिका
साधन (हरिद्वार पहुँचने के) | विवरण | यात्रा बजट (लगभग) | रेस्टोरेंट्स (बजट में) | औसत खर्च (प्रति व्यक्ति) |
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ट्रेन | दिल्ली, लखनऊ, वाराणसी, कोलकाता, मुंबई से सीधी ट्रेनें | ₹100 – ₹600 (स्लीपर/AC) | चोटीwala Restaurant, Hoshiyarpuri, Govind Bhog Bhojanalay | ₹100 – ₹200 |
बस | दिल्ली, देहरादून, मेरठ, चंडीगढ़ से सीधी सरकारी व प्राइवेट बसें | ₹150 – ₹500 | Bikanerwala, Mathura Walo Ki Pracheen Dukaan | ₹80 – ₹150 |
टैक्सी / कैब | दिल्ली/देहरादून से टैक्सी सेवा (ऑनलाइन बुकिंग जैसे ओला/उबर/लोकल कैब) | ₹2500 – ₹5000 | वही उपरोक्त | वही उपरोक्त |
निजी वाहन | दिल्ली से NH334 होते हुए (~5 घंटे की यात्रा) | ₹1000 – ₹2000 (ईंधन) | वही उपरोक्त | वही उपरोक्त |
1. हर की पौड़ी (Har Ki Pauri)(haridwar me ghumne ki jagah hindi)
हरिद्वार का सबसे पवित्र स्थल, हर की पौड़ी, वह स्थान है जहाँ गंगा नदी पहाड़ों से मैदानों में प्रवेश करती है। यह स्थान राजा विक्रमादित्य द्वारा बनवाया गया था। यहाँ ब्रह्म कुंड है, जहाँ अमृत के कुछ बूँदें गिरी थीं। शाम की गंगा आरती यहाँ का प्रमुख आकर्षण है। जिसमें सैकड़ों दीये गंगा में प्रवाहित किए जाते हैं | श्रद्धालु यहां डुबकी लगाकर अपने पापों से मुक्ति की कामना करते हैं | मान्यता है कि भगवान विष्णु ने यहां अपने पदचिह्न छोड़े थे।
Haridwar Tourist Places: सिर्फ ‘हर की पौड़ी’ ही नहीं, हरिद्वार में घूमने के
2. मंसा देवी मंदिर (Mansa Devi Mandir) (Haridwar me ghumne ki jagah hindi)
मंसा देवी मंदिर, शिवालिक पर्वत की बिल्वा पर्वत श्रेणी पर स्थित है। यह मंदिर 52 शक्तिपीठों में से एक है और यहाँ देवी मंसा की पूजा होती है। श्रद्धालु यहाँ अपनी मनोकामनाएँ पूरी करने के लिए धागा बांधते हैं। यहां तक पहुंचने के लिए रोपवे (केबल कार) या पैदल मार्ग दोनों उपलब्ध हैं। मंदिर से हरिद्वार का विहंगम दृश्य देखने को मिलता है |
पर्यटक स्थल | जिला हरिद्वार, उत्तराखण्ड सरकार | भारत – Haridwar
3. चंडी देवी मंदिर (Chandi Devi Mandir)(haridwar me ghumne ki jagah hindi)
नील पर्वत की चोटी पर स्थित चंडी देवी मंदिर, देवी चंडी को समर्पित है। यह मंदिर 8वीं शताब्दी में आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित किया गया था। यहाँ तक पहुँचने के लिए ट्रैकिंग या रोपवे की सुविधा उपलब्ध है। मंदिर का वातावरण शांत और आध्यात्मिक है, और यहां से हरिद्वार का सुंदर नजारा दिखता है |
4. ब्रह्मा कुंड (Brahma Kund)(haridwar me ghumne ki jagah hindi)
ब्रह्मा कुंड वह स्थान है जहाँ गंगा नदी मैदानों में प्रवेश करती है। यहाँ पर भगवान ब्रह्मा ने यज्ञ किया था और भगवान विष्णु के पदचिन्ह भी पाए जाते हैं। यह स्थान धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। गंगा आरती इसी स्थान पर हर शाम को की जाती है, जो देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है। श्रद्धालु मानते हैं कि यहाँ गंगा में स्नान करने से सारे पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह स्थान अमृत मंथन की कथा से जुड़ा हुआ है |
5. पतंजलि आयुर्वेद आश्रम (Patanjali Ayurvedic Ashram)
haridwar me ghumne ki jagah hindi: पतंजलि आयुर्वेद आश्रम, बाबा रामदेव द्वारा स्थापित एक प्रमुख आयुर्वेदिक केंद्र है। यहाँ योग, आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा की शिक्षा दी जाती है। यह स्थान स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती के प्रति जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
6. शांति कुंज (Shanti Kunj)(haridwar me ghumne ki jagah hindi)
शांति कुंज हरिद्वार का एक प्रमुख आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है, जो अखिल विश्व गायत्री परिवार का मुख्यालय है। इसकी स्थापना पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य और माता भगवती देवी शर्मा द्वारा की गई थी। यह स्थान भारतीय संस्कृति, योग, ध्यान और नैतिक मूल्यों के प्रचार-प्रसार में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसकी स्थापना वर्ष 1971 में हुआ | यहाँ प्रतिदिन वैदिक मंत्रों के साथ गायत्री यज्ञ होता है। लोग यहाँ आकर अपनी साधना और ध्यान का अभ्यास करते हैं। शांति कुंज में नियमित रूप से योग शिविर, ध्यान कक्षाएं और स्वाध्याय सत्र आयोजित किए जाते हैं, जहाँ मानसिक शांति और आत्मिक उन्नति पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। यह स्थान हरिद्वार-दिल्ली राजमार्ग पर, हर की पौड़ी से लगभग 5-6 किमी दूर है। यह सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है |
7. चिल्ला वन्यजीव अभयारण्य (Chilla Wildlife Sanctuary)
Haridwar me ghumne ki jagah hindi: चिल्ला वन्यजीव अभयारण्य, हरिद्वार से लगभग 9 किलोमीटर दूर स्थित है। यहाँ बाघ, हाथी, भालू और विभिन्न पक्षियों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं। यह स्थान प्रकृति प्रेमियों और वन्यजीवों के शौकिनों के लिए आदर्श है।
8. स्वामी विवेकानंद पार्क (Swami Vivekanand Park)
स्वामी विवेकानंद पार्क, हर की पौड़ी के निकट स्थित एक शांतिपूर्ण स्थल है। यहाँ भगवान शिव और स्वामी विवेकानंद की भव्य मूर्तियाँ स्थापित हैं। यह स्थान ध्यान और आत्म चिंतन के लिए उपयुक्त है।
9. भारत माता मंदिर (Bharat Mata Mandir)
भारत माता मंदिर, हरिद्वार का एक अनोखा और प्रेरणादायक स्थल है जो धार्मिक भावना के साथ-साथ राष्ट्रीय एकता, देशभक्ति, और भारत की महान विरासत का प्रतीक है। यह मंदिर उन गिने-चुने मंदिरों में से है जो किसी देवी-देवता के बजाय भारत माता यानी भारत देश को समर्पित है। इस मंदिर की स्थापना वर्ष 1983 में हुआ था | इसके संस्थापक स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि हैं | इसका उद्घाटन भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी द्वारा की गई थी | यह मंदिर कुल 8 मंज़िलों का है और प्रत्येक मंज़िल को भारतीय संस्कृति, इतिहास, और महान विभूतियों को समर्पित किया गया है। यहाँ भारत माता की एक विशाल संगमरमर की मूर्ति है, जिन्हें सिंहासन पर आसीन दिखाया गया है। यह देशभक्ति की भावना को जागृत करती है। हर मंजिल एक विशेष पहलू को दर्शाता है | जैसे की द्वितीय तल – शूरवीरों को समर्पित, तृतीय तल – महिला शक्ति को समर्पित, चतुर्थ तल – संतों और आचार्यों को समर्पित, पाँचवाँ तल – विभिन्न धर्मों की एकता, छठा व सातवाँ तल – कला और संस्कृति और आठवाँ तल – दर्शनीय व्यू पॉइंट को दर्शाता है | यह स्थान सत्तू घाट, हरिद्वार से लगभग 4-5 किमी दूरी पर है | यह सुबह 8:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक खुला रहता है |
10. क्रिस्टल वर्ल्ड (Crystal World)
Haridwar me ghumne ki jagah hindi: क्रिस्टल वर्ल्ड, हरिद्वार का एक प्रमुख जल पार्क है। यहाँ विभिन्न जल खेलों और मनोरंजन की सुविधाएँ उपलब्ध हैं। यह परिवारों और बच्चों के लिए एक आदर्श स्थल है। क्रिस्टल वर्ल्ड हरिद्वार का सबसे बड़ा और सबसे रोमांचक मनोरंजन स्थल है, जो उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन आकर्षणों में से एक है। यह पार्क 18 एकड़ में फैला हुआ है और इसमें 40 से अधिक जल और थ्रिल राइड्स, दो अद्वितीय संग्रहालय, और एक विशाल फूड कोर्ट शामिल हैं। यहाँ का प्रमुख आकर्षण जल और थ्रिल राइड्स मेडनेस टॉवर: 60 फीट ऊंचा टॉवर जिसमें 6 रोमांचक राइड्स हैं, जैसे ‘Suicide 360’ और ‘Power Drop’। वेव पूल और रेन डांस: 2000 लोगों की क्षमता वाला वेव पूल और डीजे के साथ रेन डांस क्षेत्र। यहाँ का इंटरएक्टिव आर्ट संग्रहालय: 25 3D पेंटिंग्स के साथ एक अद्वितीय संग्रहालय है |
सोमवार से रविवार, सुबह 10:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक (जल पार्क), और सुबह 10:30 बजे से शाम 8:00 बजे तक (मनोरंजन पार्क)।
प्रवेश शुल्क:
- वयस्क: ₹700 (सप्ताह के दिनों में) / ₹800 (शनिवार और रविवार)
- बच्चे: ₹600 (सप्ताह के दिनों में) / ₹700 (शनिवार और रविवार)
- वरिष्ठ नागरिक: ₹600 (सप्ताह के दिनों में) / ₹700 (शनिवार और रविवार)
स्थान और संपर्क जानकारी
- पता: दिल्ली रोड, बतेड़ी, हरिद्वार, उत्तराखंड 249405, भारतharidwarrishikeshtourism.in
- संपर्क नंबर: +91 99270 65949
यात्रा सुझाव
सर्वश्रेष्ठ समय: अक्टूबर से मार्च तक, जब मौसम सुखद होता है।
सुविधाएँ: पार्किंग, शौचालय, लॉकर सुविधाएँ, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, और व्हीलचेयर सुविधा उपलब्ध है।
सावधानियाँ: जल राइड्स के लिए स्विमसूट, तौलिया और अतिरिक्त कपड़े साथ लाएँ।
निष्कर्ष:
हरिद्वार न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक धरोहर और आध्यात्मिक केंद्र भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इन शीर्ष 10 स्थानों की यात्रा से आप हरिद्वार के विविध पहलुओं का अनुभव कर सकते हैं। अपनी यात्रा की योजना बनाते समय इन स्थलों को अपनी सूची में अवश्य शामिल करें।
FAQ
चंडी देवी मंदिर के चढ़ाई के लिए कौन से रूट होते हैं?
चंडी देवी मंदिर, हरिद्वार की नील पर्वत की चोटी पर स्थित है और यहां चढ़ाई करने के लिए मुख्यतः ती न रूट उपलब्ध हैं:
1. रोपवे (केबल कार) मार्ग:
यह सबसे सुविधाजनक और लोकप्रिय तरीका है। रोपवे का प्रवेश द्वार मुख्य सड़क के पास है, जहां से टिकट लेकर आप केबल कार के माध्यम से सीधे मंदिर तक पहुंच सकते हैं। रोपवे का किराया लगभग ₹240 (एक तरफ) है और इससे मंदिर तक पहुँचने में 15-20 मिनट लगते हैं |
2. पैदल मार्ग (मुख्य ट्रैक):
यह मार्ग रोपवे के पास से ही शुरू होता है। यह लगभग 1.5 से 3 किलोमीटर लंबा है, जिसे श्रद्धालु पैदल तय करते हैं। यह रास्ता समतल है, सीढ़ियां कम हैं और रास्ते में विश्राम के लिए जगह-जगह बेंच और दुकानें मिलती हैं। पैदल चढ़ाई में औसतन 45 मिनट से 1.5 घंटे का समय लग सकता है, श्रद्धालु अपनी सुविधा और गति के अनुसार यात्रा कर सकते हैं |
3. बाइक/वाहन मार्ग:
एक अन्य मार्ग है, जहां तक आप बाइक या छोटे वाहन से जा सकते हैं। यह मार्ग पार्किंग तक जाता है, उसके बाद बाकी दूरी पैदल तय करनी होती है। यह रास्ता भीड़ के समय या बुजुर्गों के लिए सुविधाजनक हो सकता है